समग्र शिक्षा: कॉम्पिटिशन जीतने वाले कैंडिडेट को मिलेंगे 2 लाख रुपए
एजुकेशन डेस्क, ग्वालियर। मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के अधीन स्कूल शिक्षा व साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) एक नया राष्ट्रीय कार्यक्रम ला रहा है। इसका नाम है समग्र शिक्षा। इसमें टीचर्स और टेक्नोलॉजी पर फोकस होगा। इसके लिए विभाग देशभर में कॉम्पटीशन करवा रहा है। इसमें डीओएसईएल और एमएचआरडी से संबंधित कोई भी संस्था, व्यक्ति, निजी या सरकारी कर्मचारी भाग ले सकता है। इसमें विजेता को 2 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।
23 जून तक करें आवेदन
- प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 23 जून तक आवेदन कर सकते हैं। एंट्री www.mygov.in के क्रिएटिव कॉर्नर के जरिए की जा सकती है।
क्या है समग्र शिक्षा अभियान
- इस योजना का मकसद क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा, 'शिक्षा की गुणवत्ता के लिए जरूरी है कि हमारे शिक्षक भी काबिल हों। यही वजह है कि मंत्रालय ने अब शिक्षकों को प्रशिक्षित होना जरूरी कर दिया है।
- कई राज्यों में देखा गया है कि शिक्षक बगैर प्रशिक्षण लिए बच्चों को पढ़ा रहे हैं। अब इस पर रोक लगेगी।' उन्होंने शिक्षकों की कमी पूरा करने पर भी जोर दिया है।
- हालांकि कार्यक्रम में मौजूद जावड़ेकर ने कहा कि देश में शिक्षकों की कमी नहीं है, बल्कि उनकी तैनाती ठीक करने की जरूरत है।
डिजिटल शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
- जावड़ेकर ने कहा कि समग्र शिक्षा केवल नया नाम नहीं, बल्कि यह एक नई सोच है। उन्होंने कहा, 'शिक्षा को टुकड़ों में बांटकर नहीं देखा जा सकता। सर्व शिक्षा अभियान के 25 साल बाद समय की मांग के हिसाब से समग्र शिक्षा योजना लाई गई है।
- यह योजना प्री-स्कूल से कक्षा 12वीं तक समग्र शिक्षा का एक ठोस नजरिया है। इससे डिजिटल व समावेशी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।'
- मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा, 'शिक्षा का मतलब केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि मैदानी ज्ञान भी है। इसलिए हमने विद्यार्थियों के शारीरिक विकास के लिए ‘खेले इंडिया, खिले इंडिया’ योजना पर भी विशेष जोर दिया है।'
- उन्होंने कहा कि प्री-नर्सरी स्कूल के लिए दो लाख रुपए तक का अनुदान मिलेगा तो खेल व शारीरिक शिक्षा के तहत विद्यालयों को पांच हजार से लेकर 25 हजार रुपए तक प्रति वर्ष दिया जाएगा।
समग्र शिक्षा अभियान के हाईलाइट्स
- मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 24 मई को मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी समग्र शिक्षा योजना की शुरूआत की।
- इस मौके पर उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से शिक्षा का स्तर सुधरेगा और तकनीकी का इस्तेमाल कर विद्यार्थी और शिक्षक ज्यादा सशक्त होंगे।
- सर्व शिक्षा अभियान के 25 साल बाद समय की मांग के हिसाब से समग्र शिक्षा योजना लाई गई है।
- यह योजना प्री-स्कूल से कक्षा 12वीं तक समग्र शिक्षा का एक ठोस नजरिया है। इससे डिजिटल व समावेशी शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
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